क्या पूरब क्या पश्चिम क्या उत्तर क्या दक्षिण, सब ओर उसका घर है हर जगह उसका शहर है। क्या पूरब क्या पश्चिम क्या उत्तर क्या दक्षिण, सब ओर उसका घर है हर जगह उ...
जब प्यार ही हम देंगे,तभी प्यार भी पाएंगे, बोयेंगे फसल जिसकी,वही काट ही पाएंगे । जब प्यार ही हम देंगे,तभी प्यार भी पाएंगे, बोयेंगे फसल जिसकी,वही काट ही पाएंगे...
पहाड़ों से लड़ी हारी गुमी, फिर भी नहीं खोई। जीव प्यारे धरा के सब, सोच के तब नहीं सोई पहाड़ों से लड़ी हारी गुमी, फिर भी नहीं खोई। जीव प्यारे धरा के सब, सोच क...
कौन है जिसने उगाया है दिन को कौन है जिसने अंधेरों को सींचा है कौन है जिसने उगाया है दिन को कौन है जिसने अंधेरों को सींचा है
मिल जाए अपना मुकाम और हम जीते-जागते मुस्कुरा सकें मिल जाए अपना मुकाम और हम जीते-जागते मुस्कुरा सकें
आंदोलन की लाठी लिए कोसता है खुद को कि वह, किसान क्यों है। आंदोलन की लाठी लिए कोसता है खुद को कि वह, किसान क्यों है।